पिछले कुछ वर्षों में, दुनिया भर में कोरियाई संस्कृति ने एक जबरदस्त धमाल मचाया है। चाहे वह कोरियाई भोजन हो, फिल्में, शो, संगीत, फैशन या सुंदरता, सब कुछ ग्लोबल स्तर पर एक ट्रेंड बन चुका है। भारत में भी कोरियाई संस्कृति का क्रेज खूब देखने को मिल रहा है, और इसे नकारा नहीं जा सकता। इस क्रेज़ को हम “K-Craze” कह सकते हैं, जो अब हर युवा के बीच एक फिनोमेनन बन चुका है।
भारत में विशेष रूप से कोरियाई सुंदरता (K-Beauty) का क्षेत्र काफी तेजी से बढ़ा है। चाहे किसी को स्किनकेयर में दिलचस्पी हो या न हो, “K-beauty” अब एक आम शब्द बन चुका है। कोरियाई स्किनकेयर उत्पादों की लोकप्रियता भारत में दिनों दिन बढ़ती जा रही है। अब यह सिर्फ कोरियाई फूड या म्यूजिक तक सीमित नहीं है, बल्कि भारतीय युवा अब कोरियाई स्किनकेयर उत्पादों का इस्तेमाल भी करने लगे हैं।
कोरियाई सुंदरता की बात करें तो इसकी खासियत है लंबी और विस्तृत स्किनकेयर रूटीन। कोरियाई स्किनकेयर को आम तौर पर 10-स्टेप रूटीन के रूप में जाना जाता है, जिसमें कई सारे उत्पादों का इस्तेमाल किया जाता है। इन उत्पादों में क्लेंज़र्स, टोनर्स, सीरम, मास्क, और क्रीम्स शामिल हैं। भारत में भी युवा इस रूटीन को अपना रहे हैं, और यह ट्रेंड बहुत तेजी से फैल रहा है। पहले लोग शायद सोचते थे कि स्किनकेयर सिर्फ एक बेसिक सी बात है, लेकिन कोरियाई स्किनकेयर ने इसे एक पूरी दिनचर्या बना दिया है, जिसे लोग अपने दैनिक जीवन का हिस्सा बना चुके हैं।
भारत में K-beauty का प्रभाव सबसे पहले भारतीय सोशल मीडिया पर देखने को मिला, जहाँ कई यूट्यूबर्स और इंस्टाग्राम इन्फ्लुएंसर्स ने कोरियाई स्किनकेयर रूटीन को अपनाया और उसे अपनी ऑडियंस से साझा किया। धीरे-धीरे यह एक ट्रेंड बन गया और अधिक से अधिक लोग इसके प्रति आकर्षित हुए। इसके साथ-साथ कोरियाई उत्पादों के प्रति विश्वास भी बढ़ा। खासकर महिलाएं और युवा लड़कियां इसकी ओर खिंचती चली गईं। कोरियाई स्किनकेयर के उत्पादों में चमत्कारी गुण होते हैं, जैसे कि राइस वॉटर, स्नेल म्यूसीन, और हायालूरोनिक एसिड, जो त्वचा को मुलायम और निखरी हुई बनाते हैं।
अब कोरियाई स्किनकेयर सिर्फ भारत के मेट्रो शहरों में ही नहीं, बल्कि छोटे शहरों और कस्बों में भी लोकप्रिय हो चुका है। यह देखना वाकई दिलचस्प है कि लोग अब स्किनकेयर को एक शौक नहीं, बल्कि एक जीवनशैली के रूप में देख रहे हैं। पहले लोग सिर्फ सौंदर्य उत्पादों पर खर्च करते थे, लेकिन अब यह एक जरूरी दिनचर्या बन चुकी है।
भारत में यह बदलाव इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि भारत में पारंपरिक रूप से आयुर्वेद और घरेलू उपचारों का चलन रहा है। लेकिन कोरियाई स्किनकेयर ने भारतीय बाजार में अपनी जगह इस तरह से बनाई है कि अब दोनों पारंपरिक और आधुनिक तरीकों का एक अच्छा मिश्रण देखा जा सकता
है। लोग आयुर्वेदिक उत्पादों के साथ-साथ कोरियाई स्किनकेयर का भी उपयोग करने लगे हैं।
कोरियाई स्किनकेयर रूटीन के बारे में बात करें तो सबसे प्रमुख स्टेप्स में से एक है “फेस मास्क” या “शीट मास्क” का उपयोग। भारत में शीट मास्क का ट्रेंड भी धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा है। यह मास्क त्वचा को ताजगी और नमी प्रदान करते हैं, जिससे चेहरे पर चमक आ जाती है। इसके अलावा, भारतीय बाजार में अब कोरियाई ब्रांड्स का दबदबा बढ़ गया है, और लोग इन्हें ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स से आसानी से खरीद सकते हैं।
कोरियाई स्किनकेयर रूटीन का एक और पहलू है कि यह जितना अधिक मल्टी-स्टेप होता है, उतना ही अधिक लोग इसमें रुचि लेते हैं। कोरियाई लोग मानते हैं कि त्वचा की देखभाल एक आदत होनी चाहिए और इसके लिए नियमित रूप से सही उत्पादों का इस्तेमाल जरूरी है। इस आदत ने भारत के युवाओं को प्रभावित किया है। पहले जहां लोग एक या दो उत्पादों का इस्तेमाल करते थे, अब वे 5-10 उत्पादों का इस्तेमाल करके अपनी त्वचा को बेहतर बनाना चाहते हैं।
बात करें अगर K-beauty के फ्यूजन के बारे में, तो यह भी देख सकते हैं कि भारत में कोरियाई और भारतीय उत्पादों का एक अच्छा मिश्रण बन चुका है। कुछ भारतीय ब्रांड्स भी कोरियाई स्किनकेयर तकनीकों को अपनाकर अपने उत्पादों में सुधार करने लगे हैं। इस प्रकार की मिश्रित संस्कृति ने भारतीय बाजार को एक नई दिशा दी है। साथ ही, इसने लोगों को अपनी त्वचा के प्रति जागरूक भी किया है, जिससे वे अपनी त्वचा के प्रकार के अनुसार सही उत्पाद का चयन कर पा रहे हैं।
इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि भारत में कोरियाई स्किनकेयर रूटीन से जुड़ी जागरूकता बढ़ी है। लोग अब अपने चेहरे की देखभाल को उतना ही महत्व देने लगे हैं जितना वे किसी और चीज को देते हैं। अब चेहरे की देखभाल सिर्फ महिलाओं तक सीमित नहीं है, बल्कि पुरुषों के बीच भी स्किनकेयर रूटीन को लेकर जागरूकता बढ़ी है। इस बदलते दौर में स्किनकेयर रूटीन को लेकर एक सकारात्मक बदलाव आ रहा है।
इसलिए कहा जा सकता है कि K-beauty अब भारत में एक बड़ा ट्रेंड बन चुका है और यह आसानी से हमारे जीवन का हिस्सा बन गया है। यह एक वैश्विक बदलाव का हिस्सा है, जिसमें संस्कृति और सौंदर्य की सीमाएं पूरी दुनिया में धुंधली होती जा रही हैं। कोरियाई स्किनकेयर ने साबित कर दिया है कि जब आप अपनी त्वचा का सही तरीके से ध्यान रखते हैं, तो न केवल त्वचा बेहतर होती है, बल्कि आत्मविश्वास भी बढ़ता है।
आखिरकार, K-beauty का भारत में यह फ्यूजन न सिर्फ एक ट्रेंड है, बल्कि यह एक नई सोच और स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा देने का एक महत्वपूर्ण तरीका बन चुका है। अब भारत में हर व्यक्ति को यह समझ में आ गया है कि खूबसूरत और स्वस्थ त्वचा सिर्फ बाहरी चीज नहीं, बल्कि आंतरिक देखभाल का परिणाम है।